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नर्मदापुरम. 27 अगस्त को शनि आपके निकट रहेगा। लगभग एक साल में एक बार होने वाली खगोल विज्ञान की इस घटना की वैज्ञानिक जानकारी देते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार सलाहकार विज्ञान प्रचारक सारिका घारू ने पृथ्वी, सूर्य और शनि के बीच की प्रतिष्ठा की भविष्यवाणी की। इस प्रकार शनि, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में रहते हैं। इस समय शनि पृथ्वी के सबसे निकट होगा, जिससे यह आंशिक रूप से अधिक चमकीला महसूस होगा।
1 नागालैंड 50 मिनट पर एक सीध में होगा ग्रह
सारिका ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार यह दोपहर 1 बजे 50 मिनट पर ठीक सीध में अमेरिकागा। लेकिन इसका उद्घाटन सूर्य के बाद पूर्व दिशा में होगा। शनि रात्रि भर आकाश में भ्रमण करेगी, ठीक सुबह सबेरे सूर्योदय से पहले पश्चिम दिशा में अस्त होगी। अगर आपके पास टेलिफोन है और इसमें क्लाउड बाधा नहीं है तो इसे रिंग के साथ चमकता हुआ देख सकते हैं। बिना टेलीस्कोप के यह एक इलेक्ट्रानिक तारे के जैसा रोमांच है और इसकी अंगूठी वाली आंखों से नहीं देखा जा सकता है।
सेटर्न के समय पृथ्वी से 131 करोड़ 9 लाख किमी. होगी दूरी
सारिका ने बताया कि अपोजिशन के समय सेटर्न की पृथ्वी से दूरी लगभग 131 करोड़ 9 लाख किमी होगी। इस लाइट को आप तक पहुँचने में लगभग 73 मिनट का समय लगेगा। इसकी रिंग 8.1 डिग्री के कोने पर झुकेगी। उन्होंने बताया कि शनि की सूर्य से कितनी दूरी है, पृथ्वी की सूर्य से कितनी दूरी है, इसकी तुलना में लगभग साढ़े नौ गुना अधिक है, इसलिए शनि के अपोजिट की इस घटना में कोई चमत्कारिक अंतर नहीं है, जैसा कि सोशल मीडिया पर बताया गया है। .
करीब एक साल बाद होने वाली खगोलीय घटना 2024 8 सितंबर को होगी। अगर बादल बने तो निराश मत होइएगा शनि, शाम के आकाश में फरवरी 2024 तक रहेगा। ये बात जरूर है कि हर दिन वो चला जाएगा, तुमसे कुछ और दूर।
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